(जनशक्ति खबर) आइए जानते है उन्हे जो बहुत कम समय में बक्सर के लोगो में दिल में जगह बनाई,नाम है आनंद मिश्रा।
उपेन्द्र सिंह का रिपोर्ट___(बक्सर) बिहार के बक्सर एक ऐसा संसदीय छेत्र है जो 25 सालो से अपने जिला का नही है कोई सांसद।विगत 25 सालो से बक्सर जिले से बाहर के लोगो को देश की बड़ी पार्टियां टिकट देती आ रही है।लिहाजा बक्सरवासी वर्षो से अपना सांसद बनाने की तरस गए है। वैसे में आईपीएस अफसर आनंद मिश्रा के द्वारा बक्सर संसदीय छेत्र से चुनाव लडना बक्सर की लोगो में उत्साह दिख रहा है।विदित हो की 1996 से बक्सर का सांसद श्री तेजनरायण सिंह के बाद बक्सर के लोगो को अपना जिला का सांसद बनाने का नसीब नही रहा क्योंकि देश की राजनीतिक पार्टियों भी बक्सर के लोगो के साथ धोखा दी। गैर जिले को लोगो बक्सर संसदीय छेत्र टिकट देती आ रही है। विगत 25सालो से बक्सर का कोई लाल सांसद भवन में चुन के नही गया।वैसे में देश के टॉप टेन आईपीएस अफसर श्री आनंद मिश्रा पुलिस की नौकरी छोड़ बक्सर के लोगो के साथ देश की सेवा करना चाहते है।जो आज सोसल मीडिया में सुर्खियों चर्चा का विषय बना हुए है।श्री मिश्र भी बक्सर के लोगो से मिल भी रहे है।बताया जाता है की श्री आनंद मिश्रा आसाम के मुख्यमंत्री हेमंत बिशर्मा और देश की गृह मंत्री अमित शाह के करीबियों में एक है। श्री आनंद मिश्रा का बक्सर में लागतार आना प्रोग्रामो में शिरकत करना इसका उदाहरण है।तो आप भी जाने टॉप टेन आईपीएस अफसर के बारे में___वो आईपीएस अफसर जिसकी नाम सुनते ही अपराधियों के बीच खौफ पैदा हो जाता है। इस तेज तर्रार आईपीएस अफसर बिहार के बक्सर जिला के कारनामेपुर परसौरा गांव के रहने वाले है। उनका जन्म 1 जून 1989 का हुआ था। लेकिन उनका पालन पोषण कलकाता पश्चिम बंगाल में हुआ था। क्योंकि उनके पिताजी हिंदमोटर में इंजिनियर थे।इसलिए वो अपना पढ़ाई के साथ पालन पोषण कलकाता में हुआ। उन्होंने पश्चिम बंगाल से हाईस्कूल और कॉलेज की पढ़ाई दोनो पूरा की।उनके करीबी बताते है की आनंद मिश्रा पढ़ने में इतना तेज थे की जब आठवी क्लास में थे तो यूपीएससी निकलने के लिए मन में ठान ली।वैसे में उनके दोस्त ये बात सुनकर मजाक उड़ाने लगे लेकिन यूपीएससी निकालकर देश के एक वैसे आईपीएस अफसर बन गए जिसको कौन नही जानता। उन्होंने 2010 में यूपीएससी की परीक्षा पास की।2011 बैच के आईपीएस अधिकारी के रूप में आसाम मेघालय कैडर सौंपा गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2013 से 2017 तक मेघालय में अपना आईपीएस की ट्रेनिग पूरी की। उसके बाद आईपीएस के पदभार संभालते ही वो अपराधियों दो टूक बोले की तुमलोग अपराध छोड़ दो नही तो अपराध करने वाले के सीधा जगह जेल होगा।उनके खौफ से अपराधी रास्ता बदलने लगे। Shri Anand Mishra is the most famous flamboyant IPS officer and also a viral sensation on the internet.।वो आईपीएस अफसर जो किसी भी परिस्थितियों में काम करना पसंद करते है तभी तो 2020 में उत्कृष्ट सेवा के लिए सीएम पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। फेम इंडिया मैगजीन द्वारा किए गए सर्वे में आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा 2021 के शीर्ष 50पुलिस अधिकारियों में एक है। तभी तो आसाम के मुख्यमंत्री के दिल में अपना जगह बनाई गई। हमसभी बक्सर के लोग ये सुनकर की बक्सर से चुनाव लडेंगे तो अपने आप खुश है. हालाकी बीजेपी ने उन्हे टिकट नही दिया लेकिन निर्दलीय चुनाव लडने की मुड़ बना लिए है।वही इस समय सोसल मीडिया पर इनको चाहने वाले की संख्या खूब बढ़ रही है।
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