(जनशक्ति खबर) ब्रह्मपुर थाना प्रभारी पर करवाई जायज। एसपी डीएसपी को बताया साधुवाद।शाहबादी।

 जनशक्ति के राष्टीय अध्यक्ष श्री रवीन्द्र सिंह शाहबादी ने थाने से शराब हेराफेरी के मामले में हुई ब्रह्मपुर थाना अध्यक्ष सहित पांच पुलिस कर्मियों पर हुई करवाई पर एसपी और डीएसपी को साधुवाद बताया है।श्री शाहबादी ने कहा की जिस तरह से थाने से शराब हेराफेरी के मामले में एसपी के द्वारा पुलिकर्मियो पर करवाई किया गया उनकी जितना प्रशंसा की जाए कम है।उन्होंने बता दिया है की इस  तरह के पुलिस अफसर के लिए जेल ही सही है। श्री शाहबादी ने कहा की बिहार के बक्सर के ब्रह्मपुर थाना में जब्त की गई शराब को जिस थानाध्यक्ष द्वारा खुलेआम हेराफेरी किया गया था ।उनको पता नही था की जिले में ईमानदार एसपी और डीएसपी चुप बैठेंगे।एक तरफ बिहार में शराब बंदी सफल बनाने के लिए सूबे की मुखिया तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है।दूसरे तरफ अगर रछक ही भक्षक बन जाए तो शराबबंदी सफल कहा से होंगी।बिहार में पहले बैसली में थाने से शराब बिक्री की बात सामने आई लेकिन वहां के एसपी ने त्वरित करवाई करते हुए थानाध्यच्छ समेत कुछ पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज किया गया।ठीक उसके दूसरे दिन बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थाने से स्टॉक से गायब शराब बिक्री की बात सामने आई।एसपी मनीष कुमार ने त्वरित करवाई करते हुए ब्रह्मपुर थाना अध्यक्ष समेत पांच पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज किया गया।अब थाना अध्यक्ष अपनी घड़ियाली आंसू बहा अपने आप को बेकसूर बताते हुए राग अलाप रहे की हमको डीएसपी ने फंसा दिया।जबकि सच्चाई ये है की डुमराव डीएसपी सचमुच के ईमानदार अफसर है।इनकी ईमानदारी की बायक्तिव पर कोई अंगुली नहीं दिखा सकताजिस तरह से थाना से जब्त की गई शराब बिक्री  हुई  थी।पुलिस के ऊपर सवाल उठ रहा रहा था।इससे पुलिस के वर्दी पर दाग आई है। विदित हो की 2016 में राज्य में शराबबंदी लागू की गई थी।राज्य सरकार ने शराबबंदी को सफल बनाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाए।लेकिन सूबे में शराब बंदी पूरी तरह फेल है।इसका कारण यही है की जिस पुलिसकर्मियों पर शराब बंदी बंद करवाने का जिम्मा है वही छंद पैसे की लालच पर इलाके में शराब बिक्री करवा रहे है।सूबे की सभी थाना अध्यक्ष का प्रावेट no का कॉल डिटेल निकलवा जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। ब्रह्मपुर पुलिस 12सितंबर को फोरलेन से 40 लाख की शराब जब्त किया गया था लेकिन जब्त शराब को थाना अध्यक्ष


और पुलिस कर्मियों के मिलीभगत से खुलेआम बिक्री किया गया।करवाई के बाद थाना अध्यछ बेतुका बयान दे रहे है की हमको डीएसपी आफाक अंसारी फंसा दिए।श्री शाहबादी ने कहा की थानाध्यक्ष कैमरा जांच की बात कह रहे है मैं उनके प्रावेट मोबाइल नो जांच किया जाए सामने हकीकत आ जायेगा। चोर कभी कहता है की चोरी करता हूं।


जिस तरह से त्वरित उस पुलिस कर्मियों पर करवाई हुई है आमलोग एसपी मनीष कुमार और डीएसपी आफाक अंसारी को सराह रहे है। जिले में तीन सालो से एक जगह पर पदस्थापित है पुलिस अफसर ___जिले में बहुत ऐसे थाना है जहां तीन सालो से एक जगह पर पुलिस अफसर एक जगह पर पदस्थापित है। शराब माफियाओं से अच्छे संबंध होने के चलते आसानी से शराब बिक्री हो रहा है।अगर उस पुलिस अफसर का प्रावेट no जांच किया जाए तो सच सामने आ सकता है।

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