(जनशक्ति खबर) (सिमरी) दहेज में ईरिक्शा खरीदने के लिए एक लाख रूपया नही दिया तो पत्नी को मारपीट कर घर से खदेड़ा।सिमरी थाना में न्याय नही मिला तो पत्नी ने बक्सर न्यायलय की ली शरण ।
(सिमरी) एक तरफ केंद्र की सरकार हो या सूबे की सरकार महिलाओं को पर्तीप्ररणा रोकने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रही है ताकि महिलाओं सुरक्षित हो और उसको न्याय मिले। यहां तक बिहार सरकार ने महिलाओं पर अत्याचार रोकने के लिए सूबे की हर जिले में महिला थाना खोला है ताकि महिलाएं सुरक्षित रहे।लेकिन ये सभी दावे जमीनी स्तर पर खोखले साबित हो रहे है।ताजा मामला बक्सर जिला के सिमरी थाना के राजापुर के बेनीलाल के डेरा का है। जहां एक पति ने अपनी पत्नी दहेज में ई रिक्सा खरीदने के लिए एक लाख रूपया नही दिया तो उसे पिटाई कर उसके गहने छीनकर घर से खदेड़ दिया।साथ में उसके दो बच्चे को पत्नी से दूर कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार _____मामला सिमरी थाना के राजापुर के बेनीलाल के डेरा का है। जहां छठू चौधरी पिता स्वर्गीय मुखा चौधरी की शादी 2013 में नियाजीपुर के अंजू देवी के साथ हुई थी। दस सालो से इनका दंपातय जीवन अच्छा से चल रहा था।इसी बीच इन दोनो को 8 वर्ष,6 वर्ष का पुत्र है।लेकिन इसी बीच पति छठु चौधरी ने अपनी पत्नी अंजू से दहेज के रूप में ईरिक्शा खरीदने के लिए एक लाख रूपया मंगा।ससुराल वालो से पैसा नही मिलने पर पत्नी अंजू देवी को तरह तरह के यातनाएं देना शुरू कर दिया उसके बाद मारपीट के घर से खदेड़ दिया वही स्कूल गए दोनो बच्चे को लेकर पत्नी से दूर कर दिया।अंजू ने रोते बिलखते सिमरी थाना में गई। जहां पति के दबंग दोस्त के चलते पुलिस कोई करवाई करने से माना कर दिया।अंत में अंजू ने थाक हार के बक्सर न्यायलय की शरण ली। न्यायालय के वरिष्ठ वकील संजय सिंह ने बताया कि इसको लेकर न्यायाल में परिवाद वाद दर्ज कराया गया।जिसमे अंजू के पति छटू चौधरी, भसूर,बहिन उषा देवी,गोतिनी पर गहने छीनने 379,323,मारपीट करने,498 दहेज मांगने के धाराओं में परिवादवाद दाखिल किया गया।
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