(जनशक्ति खबर) बिहार में सरकारी स्कूलों में पढ़ाते समय कुर्सी पर नहीं बैठ सकेंगे अध्यापक, शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया।

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पटना) बिहार के सरकारी स्कूलों के क्लास रूम में अब गुरूजी के लिए कुर्सी नहीं लगेगी। उन्हें खड़ा होकर पढाना होगा। शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर प्राचार्य से क्लासरूम की कुर्सी बाहर करने को कहा है। ऐसा नहीं करने वाले प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, सरकारी स्कूलों में अध्यापकों के पैर पसारकर सो जाने से संबंधित कई वीडियो वायरल होते रहे हैं। 


आदेश में कहा गया है कि निरीक्षण के क्रम में शिक्षक क्लास रूम में कुर्सी पर बैठकर मोबाइल चलाते हुए पाए गए हैं। ऐसे में यह आदेश दिया जाता है कि सभी क्लासरूम से कुर्सी हटा ली जाय और ये निगरानी रखी जाय कि शिक्षक खड़े होकर पढ़ायें और क्लास के समय मोबाइल का प्रयोग न करें। उल्लेखनीय है कि कड़क आईएएस अधिकारी माने जाने वाले केके पाठक ने जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य शिक्षा विभाग का पदभार संभाला है, तब से नित नए आदेश जारी कर विभाग में हड़कंप मचाए हुए हैं।यही नहीं आदेशों का पालन कराने के लिए अधिकारियों को निगरानी के लिए लगाया गया है। 1 जुलाई से लगातार स्कूलों का निरीक्षण हो रहा है। वहीं अब ऑनलाइन शिक्षकों की हाजिरी लगाई जा रही है। आने वाले दिनों में छात्र-छात्राओं की हाजिरी भी ऑनलाइन लगाई जाएगी। शिक्षकों को क्लासरूम में पढ़ाने के समय सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहने को लिए कहा गया है। इन आदेशों का उल्लंघन करने वाले कई शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। पटना में 11 जुलाई को आन्दोलन में शामिल होनेवाले शिक्षकों को भी चिन्हित करके कार्रवाई की जा रही है।


विभाग में ड्रेस कोड भी लागू लिया गया है। बिहार सरकार की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को औपचारिक कपड़े पहनकर ही कार्यालय आना है। आदेश में कहा गया है कि विभाग उन्हें निर्देश देता है कि वे जींस और टी-शर्ट जैसे कैजुअल परिधान न पहनें।

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