(जनशक्ति खबर) विपक्षी दलों के गठबंधन को मिल गया नया नाम! बेंगलुरु की बैठक में फैसला, जानें क्या है इस नाम का मतलब।
कांग्रेस के नेतृत्व में मंगलवार को बेंगलुरु में सभी विपक्षी दलों की बैठक हो रही है. इस बैठक में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का नाम बदलने और अंततः 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष का नया नाम बदलने की उम्मीद है।विपक्ष का नया नाम है 'भारत' यानी एनडीए बनाम इंडिया. विपक्ष की बैठक में भारत की सभी पार्टियां एक मंच पर आ गई हैं जो लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करेंगी. गौरतलब है कि विपक्ष का नया नाम भारत है, जिसका मतलब आई-इंडियन, एन-नेशनल, डी-डेमोक्रेटिक, आई-इनक्लूसिव और ए-एलायंस है। खबरों के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, "हम राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेदों से अवगत हैं; वे वैचारिक नहीं हैं" और इतने महान नहीं थे कि उन्हें "लोगों के हित में" अलग रखा जा सके। खड़गे ने आगे कहा कि हम 26 दल हैं, 11 राज्यों में सरकार है। अकेले बीजेपी को 303 सीटें नहीं मिलीं। वोटों का इस्तेमाल किया सहयोगियों की और फिर उन्हें निष्कासित कर दिया। बेंगलुरु में विपक्षी एकता सम्मेलन में बोलते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि जो कुछ भी गलत हो रहा है उसके खिलाफ हम एकजुट रुख अपनाएं: संविधान नष्ट हो गया, सांप्रदायिक तनाव। कमजोर हो गया।"वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विपक्ष की एक बैठक में कहा, "पीएम मोदी ने अपने 10 साल के शासन में लगभग हर क्षेत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। उनसे छुटकारा पाने का समय आ गया है।"
देश के 26 विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने यहां 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए गठबंधन के नाम, रूपरेखा और साझा एजेंडे तय करने के बारे में चर्चा की। कांग्रेस ने कई विपक्षी नेताओं के बयान के वीडियो जारी किए हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह बैठक रचनात्मक होगी तथा इसका नतीजा देश के लिए अच्छा रहेगा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा देश में जो हालात बनाए गए हैं, उसको लेकर आज की बैठक महत्वपूर्ण है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि विपक्षी दलों की रक्षा करना महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश पर चौतरफा हमला किया जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 10 साल शासन करने का मौका मिला और इस दौरान तकरीबन हर क्षेत्र में परेशानी पैदा हुई है। उन्होंने दावा किया, ''प्रधानमंत्री ने लोगों के दिलों में नफरत पैदा कर दी, अर्थव्यवस्था चरमरा गई, महंगाई चरम पर है और हर क्षेत्र में बेरोजगारी है।'' केजरीवाल ने कहा कि समय आ गया है कि अब भारत के लोगों को प्रधानमंत्री मोदी से मुक्ति मिले। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, ''यह बैठक देश के लिए जरुरी है। हमें देश को बचाना है, लोकतंत्र को बचाना है। किसान, मजदूर, नौजवान सभी की रक्षा करनी है।''
इससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''अब नरेन्द्र मोदी की (सरकार की) विदाई करनी है।'' बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, ''देश के लोकतंत्र, संविधान और भाईचारे को बचाने के लिए हम एकजुट हुए हैं। देश की संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है और देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है। किसान, युवा, महंगाई जैसे असल मुद्दों पर बात न कर, सिर्फ नफरत की बातें की जा रही हैं।''
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देश और जनता को बचाने के लिए यह बैठक जरूरी है। उन्होंने दावा किया कि आज के समय में देश की दो-तिहाई जनता भाजपा के खिलाफ है। राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा, ''भाजपा के नए भारत में लोकतंत्र नहीं, भीड़तंत्र है। देश को एक मजबूत विकल्प चाहिए। हम मिलकर जनता के मुद्दों को साथ लेकर चलेंगे। 2024 में एक अच्छी और जनता के लिए काम करने वाली सरकार हमें मिलेगी।''
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''यह महत्वपूर्ण है कि हम हर गलत चीज के खिलाफ एकजुट रुख अपनाएं। संविधान नष्ट हो गया है, धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना कमजोर हो गया है।'' पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''आज हमारे देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विविधता, जो इस देश की ताकत है, उसे तबाह किया जा रहा है। इसलिए हम सब भारत की अवधारणा को बचाने के लिए एकजुट हुए हैं।''
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