(जनशक्ति खबर))चौगाईं प्रखंड़ में कबूतरबाजी का धंधा जोरो पर।चौगाईं से दुबई का तार।(उपेन्द्र सिंह)
(बक्सर)चौगाईं प्रखंड़ में कबूतरबाजी का धंधा जोरो पर।चौगाईं से दुबई का तार।महज 20 हजार
रुपया वेतन के लिए 70 से 80 हजार रुपया लेकर मजदूरों को भेजते है मानवतस्कर।(चौगाईं)बिहार के बक्सर जिला के चौगाईं प्रखंड़ में इस समय कबूतरबाजी का धंधा जोरो पर।कबूतरबाजी छंद पैसे की लालचं में प्रखंड के युवाओ को खाड़ी देश में भेज देते है।कबूतबाजी के धंधे में इलाके के सफ़ेदपोस लोग शामिल है।इलाके के मजदूरों को जमकर लुटा जाता है।मजे की बात ये है कि ये गैरकानूनी धंधा मानवतस्करी खूब चल रहे है।एक तरफ इलाके के मजदूरों को अधिक पैसे कमाने की लालचं देकर मजदूर और किसानों को खेत बेचकर 70 और 80 हजार रुपया देते है।जहाँ खाड़ी देश में जाकर महज 20 हजार रुपया ही कमा पाते है।कॅरोना काल के बाद कबूतरबाजी के धंधा में तेजी आई है।अगर जिला प्रशासन उन कबूतरबाजो के घर पर छापा मारे तो सैकड़ो लोगो का पासपोर्ट उन कबूतरबाजो के घर से मिल सकता है।देश भर में बेरोजगारी का आलम ये है कि मजदूर वर्ग बिदेश तक के सफर तय करने में तैयार हो जाते है।इसका फायदा कबूतरबाजी में जुड़े लोग उठाते है।इसमे कई एजेंसियां भी शामिल है जिसका तार चौगाईं के मानव तस्कर के साथ जुड़ा हुआ है। उन मजदूरों का फायदा उठाते हुए मानव तस्कर बिदेश में सुनहरे सपने दिखाकर उनका जमकर शोषण करते है।
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