बक्सर जेल में बन्द है वामन भगवान।जेल से छोड़ाने की मुहिम चलाएगी जनशक्ति।तैयारी जोरों पर।(उपेन्द्र सिंह)
बक्सर जेल में बन्द है वामन भगवान।जेल से छोड़ाने की मुहिम चलाएगी जनशक्ति।तैयारी जोरों पर।(उपेन्द्र सिंह)
बक्सर---------भगवान विष्णु के पांचवे अवतार वामन भगवान बिहार के बक्सर जेल में बन्द है।लेकिन जेल में बन्द वामन भगवान को छोड़ाने के लिए जनशक्ति देशब्यापी मुहीम चलाएगी।इसकी जानकारी जनशक्ति के राषटीय अध्यछ श्री रबिन्द्र सिंह शाहबादी ने दिया। श्री शाहबादी ने बताया कि ब्रिटिश शासको ने जब बक्सर जेल बनाया तब हमारे वामन भगवान को जेल की चहारदीवारी में बन्द कर दिया तब से आज तक वामन भगवान उसी जेल की चहारदीवारी में है।जहाँ आम लोगो की दर्शन होना संभव नही।वामन भगवान की दर्शन जेलर की इच्छा से विआईपी लोगो की होती है।क्या उस भगवान को आम जनता की अधिकार नहि है जो दर्शन करे।शाहबादी ने कहा कि इसको लेकर जनशक्ति देशब्यापी आंदोलन करेगी ताकि हमारे भगवान उस जेल की चहारदीवारी से कैद मुक्त हो ताकि आम आदमी दर्शन कर सके। विदित हो की त्रेता युग में गंगा के अंश से पैदा हुए और विष्णु के पहले मानव अवतार वामन भगवान ने बक्सर में ही गंगा नदी के किनारे जन्म लिया था।और राजा बलि के प्रकोप से पृथ्बी की रछा की वैसे हमारे वामन भगवान आज तालों में बन्द है।जब जेलर की इच्छा होती है तब वीआईपी लोगो को जेलर दर्शन करवाते है।जब की बक्सर से इस समय केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे है लेकिन अभी तक जेल में कैद वामन भगवान को मुक्त कराने के लिए कोई प्रयास नही किया गया।शायद उनके द्वारा प्रयास किया गया होता तो अभी तक इसका निदान हो गया होता। जाने वामन भगवान को--------------------दानवीर राजा के घमंड तोड़ने के लिए भागवान विष्णु ने लिया अवतार। भगवान विष्णु के पांचवे अवतार है वामन भगवान।वामन भगवान बालक के रूप में धरती पर आए थे। और प्रह्लाद के पौत्र राजा बलि से दान में तीन पग धरती मांगी थी।वामन भगवान ने अपनी पैर से तीनों लोक नाप लिया। जनशक्ति सुप्रिंमो श्री रबिन्द्र सिंह शाहबादी ने कहा कि सरकार के जेल में बन्द भगवान बलि को जेल से छोड़ाने के लिए बक्सर सांसद ने कुछ भी पहल की अगर पहल किए होते तो आज वामन भगवान जेल की चहारदीवारी में कैद से बाहर होते।सांसद महोदय को वामन भगवान याद नही आते जिसके चलते बक्सर को अन्य देशों के साथ बिदेशो तक जाना जाता है।सांसद महोदय राम के नाम आते है लेकिन वामन भगवान नही।
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