बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा की मांग को लेकर जनशक्ति कार्यकर्ताओ ने बापू के मूर्ति के पास लिया संकल्प।
बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा की नारा से गुंजा पटना।जनशक्ति कार्यकर्ताओ ने गांधी मैदान पटना में बापु के प्रतिमा के पास बिहार को मिले बिशेष राज्य की दर्ज़ा को लगाए नारे।(उपेन्द्र सिंह)अब बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा की मांग बढ़ते जा रहा है।राबिबार के शाम पटना गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूर्ति के पास जनशक्ति कार्यकर्ताओ ने बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा के लिए हुँकार भरी।सबसे पहले जनशक्ति संगठन कार्यकर्ताओ ने बारी बारी से बापू के मूर्ति पर पुष्प माला चढ़ाए।तब कार्यकर्ताओ ने बापू के मूर्ति से पैदल मार्च शुरू की।उसके बाद संगठन के कार्यकर्ताओ ने बिहार को बिशेष राज्य की नारे,गारंटी रोजगार योयना,राईट टू कॉल आदि की मांगों को अपना आवाज बुलंद किया।सभी कार्यकर्ता अपने हाथ में बैनर पोस्टर लिए बिहार को बिशेष राज्य की दर्ज दो,राईट टू कॉल, न्यूनतम आय गरंटी योजना आदि की जमकर लगाए नारे।जिससे बिहार को पुनः बिशेष राज्य की दर्जा की मांग तेज हो गया है।।इस दौरान जनशक्ति के राषटीय अध्यछ ने कहा कि अभी तक देश में जितनी सरकारी आई सभी ने बिहार के साथ सौतेला ब्यवहार किया।नही तो अब से बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा मिल जाता।वही जनशक्ति के प्रदेश अध्यछ क्रांति सिंह ने कहा कि बिहार बिशेष राज्य की दर्जा की मांग कोई भीख नही है।पांचवे वितीय आयोग के गाडगिल के अनुसार बिहार को बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा अब से मिल जाना चाहिए था।वही जनशक्ति बरिस्ट नेता जेपी ट्रेवेदी ने कहा कि आजादी के बर्षो बीतने के बाद भी बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा नही मिलना बहुत ही निंदनीय है।अगर अब से बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा मिल गया होता तो आज बिहार के युवा को दूसरे प्रदेशों में काम के लिए नही जाना होता।यहाँ फैक्टरियां होती लोगो की रोजगार मिलता।वही जनशक्ति राषटीय सचिव कमलेश पांडेय ने कहा कि बिशेष राज्य की दर्जा के साथ देश में राईट टू कॉल, रोजगारी गरंटी योयना भी सरकार को लागू करना चाहिए।इसको लेकर जनशक्ति के कार्यरता अपनी मांगों को लेकर देल्ही तक धरना देगा।इस अवसर पर सुरेश सिंह,जगदीश सिंह,राजू यादव,प्रमोद कुमार बुलबुल,रजनीश प्रताप सिंह आदि सैकड़ो कार्यकर्ता थे।
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