बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा के मांग को लेकर जनशक्ति का 5 मई को पटना में पदमार्च
बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा के मांग को लेकरजनशक्ति का 5 मई को पटना में पदमार्च
।बिहार एक आर्थिक रूप से कमजोर राज्य है।यहाँ एक तरफ बालू है तो दूसरी तरफ पानी।इसलिए बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा मिलना जरूरी है।इस मांग को लेकर जनशक्ति संगठन के द्वारा 5 मई को शाम 3 बजे गांधी मैदान पटना में पदयात्रा किया जायेगा।इसकी जानकारी जनशक्ति के राषटीय अध्यछ श्री रबिन्द्र सिंह शाहबादी ने दी।वही बिहार प्रदेश अध्यछ श्री क्रांति सिंह ने बताई की उस दिन सबसे पहले गांधी मैदान में स्थिति महात्मा गांधी जी की मूर्ति पर माल्यापर्ण किया जायेगा।उसके बाद बिहार के बिभिन्न जिलों से आए जनशक्ति के कार्यकर्ता झंडा और बैनर के साथ गांधी मैदान के चारो तरफ पदयात्रा करते हुए कारगिल चौक पर यात्रा को समाप्ति कर मीडिया को संबोधित करेंगे।जनशक्ति संगठन अपनी सात सूत्री मांग मीडिया के सामने रखेगी।वही जनशक्ति के बिहार अध्यछ श्री क्रांति सिंह ने बिहार के सभी जनशक्ति कार्यकर्ताओ को उस दिन पहुँचने का कहि है।वही श्री क्रांति सिंह ने कहा कि बिहार को बिशेष राज्य की दर्जा की मांग कोई भीख नही है।ये हमारा अधिकार है।इसे लेकर रहेंगे।उन्होंने बताया कि आर्थिक रुप से कमजोर राज्यो को पांचवे वित्तआयोग के द्वारा गाडरील फार्मूले के तहत राज्यो को बिशेष राज्य की दर्जा दिया जाता है।
जनशक्ति संगठन की सात सूत्री मुख्य मांग:-
1. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दो।
2. जनता को राईट टू रिकॉल का अधिकार दो।
3. न्यूनतम आय गारंटी योजना लागू करों।
4. स्नातक या समकक्ष तक निःशुल्क शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य करों।
5. सिक्कम राज्य की तरह "हर घर एक नौकरी योजना" लागू करों।
6. तीन लाख तक कृषि ऋण सहित सभी ऋण माफ करों।
7. बिहार में भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन 3000 रुपया लागू करों।
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