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(जनशक्ति खबर) प्रयागराज में राहुल गांधी,अखिलेश यादव के सभा में हुआ भगदड़,राहुल ,अखिलेश को एक झलक देखने के लिऐ कार्यकर्ता हुआ बेकाबू। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर मंच पर पर पहुंच गए।

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(प्रयागराज) प्रयागराज के फूलपुर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सपा मुखिया अखिलेश यादव की रैली में भगदड़ मच गई। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर मंच पर पर पहुंच गए। इससे नाराज दोनों नेता बीच में सभा छोड़कर चले गए।प्रयागराज में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा में हंगामा हुआ है। जनसभा में भगदड़ मच गई है। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुस गए हैं। कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है। जानकारी के अनुसार, पड़िला महादेव फाफामऊ में आयोजित इंडिया गठबंधन की रैली में सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सभा मुखिया अखिलेश यादव को देखने के लिए भीड़ काबू हो गई। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुस गए। कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए। इसके बाद राहुल गांधी और अखिलेश नाराज हो गए। कार्यकर्ताओं की इस हरकत से नाराज होकर दोनों नेता बिना कुछ बोले ही चले गए। दोनों नेता मंच से चले गए। दोनों नेता हेलीकॉप्टर में बैठकर यहां से रवाना हो गए।

(जनशक्ति खबर) कांग्रेस में रहते राहुल गांधी को तलवे चाटते थे मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा: प्रो रामगोपाल यादव।

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 (मऊ)रामगोपाल यादव यादव के बिगड़े बोल, असम के मुख्यमंत्री को बताया राहुल गांधी का तलवा चटा समाजवादी पार्टी(सपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर रामगोपाल यादव की बोल एक बार फिर बिगड़ गई।उन्होंने इस बार असम के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री को दृष्टि दोष हो गया है। वह कल तक कांग्रेस में रहते हुए राहुल गांधी के तलवे चाटते थे,अब इस तरह की बात कर रहे हैं। कौन नहीं जानता कि संविधान की किताब पार्लियामेंट में सभी सांसदों को दी गई थी, यह वही किताब है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सीएम सम्राट चौधरी के सवालों पर बोले कि जिसको मैं जानता तक नहीं उसके बारे में क्या पूछ रहे हैं। प्रो.रामगोपाल यादव अपनी चुनावी यात्रा के दौरान रविवार सुबह सपा के केंद्रीय चुनाव कार्यालय पहुंचे थे। वह घोसी लोकसभा क्षेत्र से इंडी गठबंधन समर्थित समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार राजीव राय के चुनावी हाल-चाल लेने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीजेपी की खटिया खड़ी हो गई है, बोल बदल गए हैं,अधिकारियों के भी रुख बदल गए हैं। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल की दिल्ली म...

(जनशक्ति खबर) मीडिया का लोकतंत्रीकरण करने में वेब पत्रकारिता बड़ी भूमिका निभा रहा है।

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  उपेन्द्र सिंह __वेब पत्रकारिता एक ऐसा माध्यम जो अपने अंदर प्रिंट, टीवी और रेडियो को समेटे है। मीडिया का लोकतंत्रीकरण करने में वेब पत्रकारिता बड़ी भूमिका निभा रहा है। संचार माध्यम के रूप में इस प्लेटफार्म ने हर आदमी का आवाज बुलंद कर हजारों-करोड़ो लोगो तक पहुंचाया है। सूचना और संचार क्रांति के दौर में आज प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के बीच वेब पत्रकारिता का चलन तेजी से बढ़ा है और अपनी पहचान बना ली है। अखबारों की तरह बेव पत्र और पत्रिकाओं का जाल, अंतरजाल पर पूरी तरह बिछ चुका है। छोटे-बड़े हर शहर से अमूमन बेव पत्रकारिता संचालित हो रही है। छोटे-बड़े सभी शहरों के प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया भी वेब पर हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में थोड़े ही समय में इसने बड़ा मुकाम पा लिया है। हालांकि समर अभी शेष है और भविष्य उज्जवल।  क्या होती है वेब पत्रकारिता  जिस प्रकार अखबारों, पत्रिकाओं में खबरों के चयन, संपादन या लेखन होते हैं। यही कार्य यदि इंटरनेट पर किया जाता है तो वेब पत्रकारिता कहलाता है। खुूबियां   वेब पत्रकारिता एक ऐसा माध्यम जो अपने अंदर प्रिंट, टीवी और...

(जनशक्ति खबर) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फिर फिसली जुबान, कहा- '1944 में इनलोगों ने गड़बड़ किया तो हम हट गए।

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  (दरभंगा) लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को वोट डाले जाएंगे। मतदान को अपने पक्ष में लाने के लिए तमाम राजनीतिक दलों की ओर से हरसंभव कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया।इस दौरान उनकी जुबान एक बार फिर फिसल गई। अलीनगर के तारडीह प्रखंड स्थित पोखर भिंडा स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ राजनीतिक संबंध का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम लोग का संबंध 1995 से है। हालांकि, बीच में हमसे दो बार गलती हुई। लेकिन, जब उन लोगों (राजद) ने गड़बड़ी किया तो हमने उन्हें हटा दिया। अब हमने फैसला किया है कि हम इधर-उधर नहीं जाएंगे, सब भाजपा के साथ रहेंगे। इस दौरान नीतीश कुमार की जुबान भी लड़खड़ाई। उन्होंने कहा, "2005 से पहले बिहार में क्या था। लालू प्रसाद यादव पर इशारों-इशारों में हमला बोलते हुए कहा कि इनलोग ने कौन सा काम किया। तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि हम तो दो बार उसको उपमुख्यमंत्री बना दिए, लेकिन, जब गड़बड़ किया तो हम हट गए... 1944 में। इसके बाद फिर 1995 में हम ...